~~ गीता सम्पूर्ण ~~ ॥ śrīmadbhagvadgītā- complete ॥

Geetaa : The Song Celestial. Inspirations, and Aspirations.

Wednesday, June 4, 2025

The Truth of Death!

›
क्या मृत्यु अटल सत्य है? -- यू-ट्यूब के एक वीडियो में वे महात्मा गरुड़ पुराण और अन्य ग्रन्थों के संदर्भ में विस्तार से यह विवेचना कर रहे थे ...
Wednesday, May 28, 2025

Content of Consciousness.

›
15/15 सर्वस्य चाहं हृदि संनिविष्टो मत्तः स्मृतिः ज्ञानमपोहनं च।  वेदैः सर्वैः अहमेव वेद्यो वेदान्तकृत् वेदविदेव चाहम्।।१५।। Consciousness is...
Monday, May 26, 2025

2/17, 2/62, 2/63, 7/27, 8/16,

›
मानसपुत्र आब्रह्मभुवनाल्लोकाः पुनरावर्तिनोऽर्जुन। मामुपेत्य तु कौन्तेय पुनर्जन्म न विद्यते।।१६।। अविनाशि तु तद्विद्धि येन सर्वमिदं ततम् विना...
Thursday, May 22, 2025

Ego and Alter-ego.

›
Wherefrom comes the Thought? विचार कहाँ से आते हैं? इस प्रश्न को सुधारकर इस रूप में पूछा जा सकता है - विचार / संकल्प कहाँ से उठता है? और फ...
Thursday, May 8, 2025

THE ACTION.

›
2/49, 3/27, 4/13, 5/14, 5/15, 5/16, 15/15 -- अध्याय २ सञ्जय उवाच  एवमुक्त्वा हृषीकेशं गुडाकेशः परंतप।  न योत् स्य  इति गोविन्दमुक्त्वा तूष्...
Monday, April 28, 2025

2/50, 2/55, 3/43

›
अध्याय २ बुद्धियुक्तो जहाति   इह उभे सुकृतदुष्कृते। तस्माद्योगाय युज्यस्व योगः कर्मसु कौशलम्।।५०।। श्री भगवानुवाच -- प्र जहाति यदा कामान् स...
Sunday, April 20, 2025

8/12, 8/13 मुक्ति / मोक्ष

›
Self-Delivery आत्ममुक्ति स्वेच्छा से मृत्यु का वरण  यहाँ आवश्यकता होने पर स्वेच्छा मृत्यु का वरण कैसे किया जा सकता है इस बारे में श्रीमद्भगव...
Sunday, March 23, 2025

Finding Out!

›
त्रिविधा भवति श्रद्धा  पिछले पोस्ट को पब्लिश करते ही इस पर ध्यान गया कि इसी अध्याय के प्रारंभ में कहीं किसी श्लोक में : "त्रिविधा भवति ...

The Conviction.

›
श्रद्धात्रयी सत्त्वानुरूपा सर्वस्य श्रद्धा भवति भारत।  श्रद्धामयः अयं पुरुषः यो यच्छ्रद्धः स एव सः।।३।। (अध्याय १७) ऐसा प्रतीत होता है कि सं...
Friday, March 21, 2025

The Big Crunch

›
यदा संहरते चायं -- 2/58 यदा संहरते चायं कूर्मोऽङ्गानीव सर्वशः।  इन्द्रियाणीन्द्रियार्थेभ्यस्तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठिता।। यहाँ हृ - हरति / हरते...
›
Home
View web version

About Me

My photo
Vinay Kumar Vaidya
My Prominant Translation-Works Are: 1.अहं ब्रह्मास्मि - श्री निसर्गदत्त महाराज की विश्वप्रसिद्ध महाकृति "I Am That" का हिंदी अनुवाद, चेतना प्रकाशन मुम्बई, ( www.chetana.com ) से प्रकाशित "शिक्षा क्या है ?": श्री जे.कृष्णमूर्ति कृत " J.Krishnamurti: Talks with Students" Varanasi 1954 का "ईश्वर क्या है?" : "On God", दोनों पुस्तकें राजपाल संस, कश्मीरी गेट दिल्ली से प्रकाशित । इसके अतिरिक्त श्री ए.आर. नटराजन कृत, श्री रमण महर्षि के ग्रन्थों "उपदेश-सारः" एवं "सत्‌-दर्शनं" की अंग्रेज़ी टीका का हिंदी अनुवाद, जो Ramana Maharshi Centre for Learning,Bangalore से प्रकाशित हुआ है । I love Translation work. So far I have translated : I Am That (Sri Nisargadatta Maharaj's World Renowned English/Marathi/(in more than 17 + languages of the world) ...Vedanta- Classic in Hindi. J.Krishnamurti's works, : i) Ishwar Kyaa Hai, ii)Shiksha Kya Hai ? And some other Vedant-Classics. I am writing these blogs just as a hobby. It helps improve my skills and expressing-out myself. Thanks for your visit !! Contact : vinayvaidya111@gmail.com
View my complete profile
Powered by Blogger.