Wednesday, May 7, 2014

आज का श्लोक, ’संयाति’ / ’saṃyāti ’

आज का श्लोक,  ’संयाति’ / ’saṃyāti’,
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’संयाति’ / ’saṃyāti ’  - जाता है,  जाती है ।

अध्याय 2, श्लोक 22,
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वासांसि जीर्णानि यथा विहाय नवानि गृह्णाति नरोऽपराणि ।
तथा शरीराणि विहाय जीर्णान्यन्यानि संयाति नवानि देही ॥
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(वासांसि जीर्णानि यथा विहाय नवानि गृह्णाति नरः अपराणि ।
तथा शरीराणि विहाय जीर्णानि अन्यानि संयाति नवानि देही ॥)
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भावार्थ :
जैसे पुराने वस्त्रों को त्यागकर मनुष्य दूसरे (नये) वस्त्रों को धारण कर लेता है, उसी प्रकार देही (देह से संयुक्त चेतन-सत्ता, जीव) भी (क्रमशः अनेक जन्मों से गुजरते हुए) विभिन्न शरीरों को त्यागता और अन्य दूसरे शरीरों को धारण / ग्रहण किया करता है ।
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अध्याय 15, श्लोक 8,

शरीरं यदवाप्नोति यच्चाप्युत्क्रामतीश्वरः ।
गृहीत्वैतानि संयाति वायुर्गन्धानिवाशयात् ॥
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(शरीरम् यत् अवाप्नोति यत् च अपि उत्क्रामयति ईश्वरः ।
गृहीत्वा एतानि संयाति वायुः गन्धान् इव आशयात् ॥)
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भावार्थ :
जैसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर जानेवाली वायु, उस स्थान की गंध को अपने साथ ले जाती है, वैसे ही प्राणवायु भी (नये) शरीर की प्राप्ति और पुराने को त्यागने के समय, देही अर्थात् देह के स्वामी (जीवात्मा) को एक से दूसरे देह में ले जाती है  ।
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’संयाति’ / ’saṃyāti’   - goes away, moves to,

Chapter 2, shloka 22,

vāsāṃsi jīrṇāni yathā vihāya
navāni gṛhṇāti naro:'parāṇi |
tathā śarīrāṇi vihāya jīrṇā-
nyanyāni saṃyāti navāni dehī ||
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(vāsāṃsi jīrṇāni yathā vihāya
navāni gṛhṇāti naraḥ aparāṇi |
tathā śarīrāṇi vihāya jīrṇāni
anyāni saṃyāti navāni dehī ||)
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Meaning :
As a person puts off old, worn-out cloths and puts on the other new ones, so also the consciousness (self) associated with the physical form (body) discards the old worn-out bodies and takes on new bodies.
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Chapter 15, shloka 8,
śarīraṃ yadavāpnoti
yaccāp yutkrāmatīśvaraḥ |
gṛhītvaitāni saṃyāti 
vāyurgandhānivāśayāt ||
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(śarīram yat avāpnoti
yat ca api utkrāmayati īśvaraḥ |
gṛhītvā etāni saṃyāti 
vāyuḥ gandhān iva āśayāt ||)
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Meaning : Like the air that moves from place to place, carries the smell of the place with it , quite so, the vital breath (prāṇa) too carries the soul, when the owner of the body (who takes himself as the body), leaves away an old body, and acquires a new one.
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