आज का श्लोक, ’सामर्थ्यम्’ / 'sAmarthyaM',
______________________________
’सामर्थ्यम्’ / 'sAmarthyaM' - शक्ति, शौर्य, सामर्थ्य,
अध्याय 2, श्लोक 36,
अवाच्यवादांश्च बहून्वदिष्यन्ति तवाहिताः ।
निन्दन्तस्तव सामर्थ्यं ततो दुःखतरं नु किम् ॥
--
(अवाच्यवादान् च बहून् वदिष्यन्ति तव अहिताः ।
निन्दन्तः तव सामर्थ्यम् ततः दुःखतरम् नु किम् ॥)
--
भावार्थ :
तुम्हारे वैरी तुम्हारे सामर्थ्य की निन्दा-उपहास करते हुए, बहुत से अशोभनीय शब्द तुम्हारे बारे में कहेंगे । उससे बढ़कर अधिक दुःखप्रद और क्या होगा?
--
’सामर्थ्यम्’ / 'sAmarthyaM' - might, strength,
Chapter 2, shloka 36,
avAchyavAdAnshcha bahUn-
vadiShyanti tavAhitAH |
nindantastava sAmarthyaM
tato duHkhataraM nu kim ||
--
Meaning : (if you flee from the battle,) your adversaries will jeer at you, will speak many unkind words about you, belittling your might. Can there be a sorrow greater than this?
--
______________________________
’सामर्थ्यम्’ / 'sAmarthyaM' - शक्ति, शौर्य, सामर्थ्य,
अध्याय 2, श्लोक 36,
अवाच्यवादांश्च बहून्वदिष्यन्ति तवाहिताः ।
निन्दन्तस्तव सामर्थ्यं ततो दुःखतरं नु किम् ॥
--
(अवाच्यवादान् च बहून् वदिष्यन्ति तव अहिताः ।
निन्दन्तः तव सामर्थ्यम् ततः दुःखतरम् नु किम् ॥)
--
भावार्थ :
तुम्हारे वैरी तुम्हारे सामर्थ्य की निन्दा-उपहास करते हुए, बहुत से अशोभनीय शब्द तुम्हारे बारे में कहेंगे । उससे बढ़कर अधिक दुःखप्रद और क्या होगा?
--
’सामर्थ्यम्’ / 'sAmarthyaM' - might, strength,
Chapter 2, shloka 36,
avAchyavAdAnshcha bahUn-
vadiShyanti tavAhitAH |
nindantastava sAmarthyaM
tato duHkhataraM nu kim ||
--
Meaning : (if you flee from the battle,) your adversaries will jeer at you, will speak many unkind words about you, belittling your might. Can there be a sorrow greater than this?
--
No comments:
Post a Comment