Wednesday, February 5, 2014

आज का श्लोक / 'हयैः' / 'hayaiH'

आज का श्लोक / 'हयैः' / 'hayaiH' 
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ततः श्वेतैर्हयैर्युक्ते महति स्यन्दने स्थितौ ।
माधवः पाण्डवश्चैव दिव्यौ शङ्खौ प्रदध्मतुः ॥
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(ततः श्वेतैः हयैः युक्ते महति स्यन्दने स्थितौ ।
माधवः पाण्डवः चैव दिव्यौ शङ्खौ प्रदध्मतुः ॥)
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'हयैः' / 'hayaiH' - अश्वों / घोडों से,
भावार्थ :
तब सफेद घोड़ों से युक्त एक विशाल रथ में बैठे हुए श्रीकृष्ण और अर्जुन ने भी अपने दिव्य शङ्खों का घोष किया ।
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'हयैः' / 'hayaiH' - (attached to) horses.
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tataH shvetairhayairyukte mahati syandane sthitau |
mAdhavaHpANDavashchaiva divyau shankhau pradadhmatuH ||)
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Then, seated in the magnificent chariot with white horses yoked to it, Srikrishna and Arjuna blew their celestial conches.
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