Tuesday, July 8, 2014

आज का श्लोक, ’समतीतानि’ / ’samatītāni’

आज का श्लोक,
’समतीतानि’ / ’samatītāni’
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समतीतानि’ / ’samatītāni’ - व्यतीत, भूतकाल में हुए,

अध्याय 7, श्लोक 26,

वेदाहं समतीतानि वर्तमानानि चार्जुन ।
भविष्याणि च भूतानि मां तु वेद न कश्चन ॥
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(वेद अहम् समतीतानि वर्तमानानि च अर्जुन ।
भविष्याणि च भूतानि माम् तु वेद न कश्चन ॥)
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भावार्थ :
हे अर्जुन! समस्त भूतों के सम्पूर्ण अतीत (विगत) और वर्तमान तथा वैसे ही भविष्य भी मैं जानता हूँ, जबकि मुझे (और वैसे ही मेरे अतीत, वर्तमान तथा भविष्य को भी) कोई भी नहीं जानता ।
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समतीतानि’ / ’samatītāni’ - the past of,

Chapter 7, śloka 26,

vedāhaṃ samatītāni 
vartamānāni cārjuna |
bhaviṣyāṇi ca bhūtāni
māṃ tu veda na kaścana ||
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(veda aham samatītāni 
vartamānāni ca arjuna |
bhaviṣyāṇi ca bhūtāni
mām tu veda na kaścana ||)
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 Meaning :
arjuna! I know the past, present and the future of all beings, though no one knows Me and Mine (My past, present or future).
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